Saturday, 18 March 2017

चलते रहे कदम तो किनारा जरुर मिलेगा ।

चलते रहे कदम तो किनारा जरुर मिलेगा । अन्धकार से लड़ते रहे सवेरा जरुर खिलेगा । जब ठान लिया मंजिल पर जाना रास्ता जरुर मिलेगा । ए राही न थक, चल. एक दिन समय जरुर फिरेगा……………। ĞỖỖĎ ℳỖŘŇĮŇĞ 🌞🍀शुभ सुप्रभात☘🌞

No comments:

Post a Comment